वाह क्या जूदो करम है शहे कहा तेरा
नहीं सुनता ही नहीं मांगने वाला तेरा
धारे चलते हैं अता के वोह है क़तरा तेरा
तारे खिलते हैं सखा के वोह है ज़र्रा तेरा
फैज़ है या शहे तस्नीम निराला तेरा
आप प्यासों के तजस्सुस में है दरिया तेरा
अग्निया पलते हैं दर से वोह है बाड़ा तेरा
अस्फिया चलते हैं सर से वोह है रस्ता तेरा
एक मैं क्या मेरे इस्यां की हकीकत कितनी
मुझ से सो लाख को काफी है इशारा तेरा
मुफ्त पाला था कभी काम की आदत न पड़ी
अब अमल पूछते हैं हाए निकम्मा तेरा
तेरे टुकड़ों से पले गैर की ठोकर पे न डाल
झिड़कियां खाएं कहां छोड़ के सदका तेरा
ख्वारो बीमारी खतावारों गुनहगार हूं मैं
राफेओ नाफेओ शाफेअ लकब आका तेरा
तू जो चाहे तो अभी मैल मेरे दिल के धुलें
कि खुदा दिल नहीं करता कभी मैला तेरा
किस का मुंह तकिये कहां जाइये किस से कहिये
तेरे ही क़दमों पे मिट जाए येह पाला तेरा
तूने इस्लाम दिया तूने जमाअत में लिया
तू करीम अब कोई फिरता है अतिय्या तेरा
मौत सुनता हूं सितम तल्ख है ज़हराबए नाब
कौन ला दे मुझे तल्वों का गुसाला तेरा
तेरे सदके मुझे इक बूंद बहुत है तेरी
जिस दिन अच्छों को मिले जाम छलकता तेरा
हु-रमो त्यबा व बग़दाद जिधर कीजे निगाह
जोत पड़ती है तेरी नूर है छनता तेरा
तेरी सरकार में लाता है रज़ा उस को शफी़अ
जो मेरा गौस है और लाडला बेटा तेरा