by www.naatenabi.com | Dec 18, 2022 | Naat Sharif
आप आए तो, दुनिया मुनव्वर हुई बज़्म-ए-कौनैन में रौशनी घर घर हुई हादी-ए-दो-जहाँ ! हो सलाम आप पर सरवर-ए-इन्स-ओ-जां ! हो सलाम आप पर देखते क्या हो ! अहल-ए-सफ़ा ! आ पहुंचे महबूब-ए-ख़ुदा या’नी हो चुके जल्वा-नुमा शाह-ए-हक़, शाह-ए-बतहा ला-इलाहा इल्लल्लाह, ला-इलाहा इल्लल्लाह... by www.naatenabi.com | Dec 18, 2022 | Naat Sharif
दरबार-ए-मदीना सा दरबार नहीं मिलता सरकार-ए-दो-आलम सा सरकार नहीं मिलता हर ज़र्रा चमकता है अनवार-ए-इलाही से तयबा का कोई ज़र्रा बे-कार नहीं मिलता दरबार-ए-मदीना सा दरबार नहीं मिलता सरकार-ए-दो-आलम सा सरकार नहीं मिलता ऐ मिस्र के बाज़ारो ! अच्छे हो बहुत लेकिन तयबा से हसीँ कोई... by www.naatenabi.com | Dec 18, 2022 | Naat Sharif
नात सरकार की पढ़ता हूँ मैं बस इसी बात से घर में मेरे रहमत होगी इक तेरा नाम वसीला है मेरा रंज-ओ-ग़म में भी इसी नाम से राहत होगी ये सुना है कि बहुत गोर अँधेरी होगी क़ब्र का ख़ौफ़ न रखना, ए दिल ! वहाँ सरकार के चेहरे की ज़ियारत होगी कभी यासीं , कभी ताहा, कभी वलैल आया जिस... by www.naatenabi.com | Dec 18, 2022 | Naat Sharif
जो हो चुका है, जो होगा, हुज़ूर जानते हैं तेरी ‘अता से, ख़ुदाया ! हुज़ूर जानते हैं वो मोमिनों की तो जानों से भी करीब हुए कहाँ से किस ने पुकारा, हुज़ूर जानते हैं हिरन ये कहने लगी, छोड़ दे मुझे, सय्याद ! मैं लौट आऊँगी वल्लाह, हुज़ूर जानते हैं ... by www.naatenabi.com | Dec 18, 2022 | Naat Sharif
मैं सो जाऊँ या मुस्तफ़ा कहते कहते खुले आँख सल्ले-‘अला कहते कहते हबीब-ए-ख़ुदा का नज़ारा करूँ मैं दिल-ओ-जान उन पर निसारा करूँ मैं मैं सो जाऊँ या मुस्तफ़ा कहते कहते खुले आँख सल्ले-अला कहते कहते मुझे अपनी रहमत से तू अपना कर ले सिवा तेरे सब से... by www.naatenabi.com | Dec 18, 2022 | Naat Sharif
क्यूँकर न मेरे दिल में हो उल्फ़त रसूल की जन्नत में ले के जाएगी चाहत रसूल की चलता हूँ मैं भी, क़ाफ़िले वालो ! रुको ज़रा मिलने दो बस मुझे भी इजाज़त रसूल की पूछें जो दीन-ओ-ईमाँ नकरैन क़ब्र में उस वक़्त मेरे लब पे हो मिदहत रसूल की क़ब्र में सरकार आएँ...