मदीना अर्शे आज़म पर नहीं रूए ज़मीं पर है || Madina Arsh-e-Azam par nahi Ru-e-Zameen par hai

मदीना अर्शे आज़म पर नहीं रूए ज़मीं पर है मदीना अर्शे आज़म पर नहीं रूए ज़मीं पर है मग़र उस सरज़मीं को फ़ौक़ियत अर्शे बरीं पर है शहे मेंराज का नक्शे क़दम अर्शे बरीं पर है अब उस मिट्टी का क्या कहना सरापा जिस ज़मीं पर है मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्ले अला का तलवए अक़दस शबे मेराज सरदारे मलाइक...