by www.naatenabi.com | Feb 1, 2023 | Kalam-e-Aala Hazrat, Naat Sharif
Momin Unka Kya Hua Allah Uska Ho gaya Kaafir Unse Kya Phira Allah He Se Phir Gaya Woh Ki Us Dar Ka Hua Khalke Khuda Uski Hui Woh Ki Us Dar Se Phira Allah Us Se Phir Gaya Mujhko Diwana Bata-te Ho Mein Woh Hushiyar Hu(n) Paau(n) Jab Toufey Haram... by www.naatenabi.com | Jan 31, 2023 | Kalam-e-Tajushariya, Naat Sharif
शेहर नबी तेरी गलियों का नक़्शा ही कुछ ऐसा है ख़ुल्द भी है मुश्ताक़े ज़ियारत जल्वा ही कुछ ऐसा है दिल को सुकूं दे, आँख को ठंडक, रौज़ा ही कुछ ऐसा है फ़र्शे ज़मीं पर अर्शे बरी हो लगता ही कुछ ऐसा है उनके दर पर ऐसा झुका दिल ! उठने का कुछ होश नहीं अहले शरीयत हैं सकते... by www.naatenabi.com | Jan 18, 2023 | Manqabat-e-Ghouse Aazam
Jo Tera Tifl Hai Kaamil Hai Ya Ghous Tufaili Ka Laqab Waasil Hai Ya Ghous Taswwuf Tere Maktab Ka Sabak Hai Tasrruf Par Tera Aamil Hai Ya Ghous Teri Sairey Illallah He Hai Fillah Ki Ghar Se Chalet He Moosil Hai Ya Ghous Tu... by www.naatenabi.com | Jan 18, 2023 | Kalam-e-Aala Hazrat, Manqabat-e-Ghouse Aazam
जो तेरा त़िफ़्ल है कामिल है या ग़ौस तुफ़ैली का लक़ब वासिल है या ग़ौस तसव्वुफ़ तेरे मक्तब का सबक़ है तसर्रुफ़ पर तेरा आ़मिल है या ग़ौस तेरी सैरे इल्लल्लाह ही है फिल्लाह कि घर से चलते ही मूसिल है या ग़ौस तू नूरे अव्वलो आख़िर है मौला तू... by www.naatenabi.com | Jan 18, 2023 | Kalam-e-Aala Hazrat, Naat Sharif
जोबनों पर है बहारे चमन आराइये दोस्त खुल्द का नाम न ले बुलबुले शैदाइये दोस्त थक के बैठे तो दरे दिल पे तमन्नाइये दोस्त कौन से घर का उजाला नहीं ज़ैबाइये दोस्त अ़र्स ए ह़श्र कुजा मौक़िफ़े मह़मूद कुजा साज़ हंगामों से रखती नहीं यकताइये दोस्त मेह़र किस मुंह से जिलौ दारिये...