सर ता ब क़दम है तने सुल्ताने ज़मन फूल

सर ता ब क़दम है तने सुल्ताने ज़मन फूल लब फूल दहन फूल ज़कन फूल बदन फूल सदक़े में तेरे बाग़ तो क्या लाए हैं “बन” फूल इस गुन्चए दिल को भी तो ईमा हो कि बन फूल तिन्का भी हमारे तो हिलाए नहीं हिलता तुम चाहो तो हो जाए अभी कोहे मिहून फूल वल्लाह जो मिल जाए मेरे गुल का...

अहले सिरात रुह़े अमीं को ख़बर करें

अहले सिरात रुह़े अमीं को ख़बर करें जाती है उम्मत न-बवी फ़र्श पर करें   इन फ़ितना हाए ह़श्र से कह दो ह़जार करें नाजों के पाले आते हैं रह से गुज़र करें   बद हैं तो आप के हैं भले हैं तो आप के टुकड़ों से तो यहां के पले रुख़ किधर करें   सरकार हम कमीनों के अत्वार...

हम खाक हैं और खाक ही माया है हमारा

हम ख़ाक हैं और ख़ाक ही मावा है हमारा खाकी तो वोह आदम जदे आ’ला है हमारा अल्लाह हमें खाक करे अपनी तलब में येह खाक तो सरकार से तमगा है हमारा जिस खाक पे रखते थे क़दम सव्यिदे आलम उस खाक पे कुरबां दिले शैदा है हमारा खुम हो गई पुश्ते फलक इस ता’ने ज़मीं से सुन हम...