Hirze Jaan Zikre Shafa’at Kijiye

Hirze Jaan Zikre Shafa’at Kijiye Naar Se Bachne Ki Soorat Kijiye     Un Ke Naqshe Paa Par Ghairat Kijiye Aankh Se Chhup Kar Ziyarat Kijiye     Unke Husno Ba Malahat Par Nisar Sheer-E-Jaa(N) Ki Halawat Kijiye     Unke Dar Par Jaise Ho Mit Jaaiye Na...

ह़िर्ज़े जां ज़िक्रे शफ़ाअ़त कीजिये

ह़िर्ज़े जां ज़िक्रे शफ़ाअ़त कीजिये नार से बचने की सूरत कीजिये   उन के नक़्शे पा पर ग़ैरत कीजिये आंख से छुप कर ज़ियारत कीजिये   उनके हुस्ने बा मलाह़त पर निसार शीरए जां की ह़लावत कीजिये   उनके दर पर जैसे हो मिट जाइये ना तुवानों ! कुछ तो हिम्मत कीजिये  ...

लबे ई़सा से जां बख़्शी निराली हाथ में

लबे ई़सा से जां बख़्शी निराली हाथ में संगरेज़े पाते हैं शीरीं मक़ाली हाथ में   बे नवाओं की निगाहें हैं कहां तह़रीरे दस्त रह गई जो पा के जूदे ला यज़ाली हाथ में   क्या लकीरों में यदुल्लाह ख़त़ सरो आसा लिखा राह यूं उस राज़ लिखने की निकाली हाथ में   जूदे शाहे...

गुनहगारों को हातिफ़ से नवीदे खुश मआली है

गुनहगारों को हातिफ़ से नवीदे खुश मआली है मुबारक हो शफ़ाअ़त के लिये अह़मद सा वाली है     क़ज़ा ह़क़ है मगर इस शौक़ का अल्लाह वाली है जो उनकी राह में जाए वोह जान अल्लाह वाली है     तेरा क़द्दे मुबारक गुलबुने रह़मत की डाली है इसे बो कर तेरे रब ने बिना रह़मत...