आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए

मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा !   मरहबा मरहबा मरहबा मरहबा आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए मेरे ग़म-ख़्वार आए, मेरे लजपाल आए आज जश्न-ए-विलादत है सरकार का हम मनाएंगे मिल कर ब-हर-हाल भी मौसम-ए-पुर-बहाराँ महकने लगा और लाज़ा हुए दिल के अहवाल...

उनकी महक ने दिल के गुन्चे खिला दिये हैं

उनकी महक ने दिल के गुन्चे खिला दिये हैं जिस राह चल दिये हैं कूचे बसा दिये हैं।   जब आ गई है जोशे रहमत पे उनकी आंखें जलते बुझा दिये हैं रोते हंसा दिये हैं।   एक दिल हमारा क्या है आज़ार उसका कितना तुम ने तो चलते फिरते मुर्दे जिला दिये हैं।   उनके निसार...

सर ता ब क़दम है तने सुल्ताने ज़मन फूल

सर ता ब क़दम है तने सुल्ताने ज़मन फूल लब फूल दहन फूल ज़कन फूल बदन फूल सदक़े में तेरे बाग़ तो क्या लाए हैं “बन” फूल इस गुन्चए दिल को भी तो ईमा हो कि बन फूल तिन्का भी हमारे तो हिलाए नहीं हिलता तुम चाहो तो हो जाए अभी कोहे मिहून फूल वल्लाह जो मिल जाए मेरे गुल का...

हक़ पसन्द व हक़ नुमा व हक़ नवा मिलता नहीं

हक़ पसन्द व हक़ नुमा व हक़ नवा मिलता नहीं मुस्तफ़ा ह़ैदर ह़सन का आईना मिलता नहीं   ख़ुश बयां व ख़ुश नवा व ख़ुश अदा मिलता नहीं दिल नवाज़ी करने वाला दिल रुबा मिलता नहीं   मर्दे मैदाने रज़ा, वो ह़ैदरे दीने ख़ुदा शेर सीरत, शेर दिल ह़ैदर नुमा मिलता नहीं   पैकरे सिदक़ो...

मुस्तफ़ा ए ज़ाते यकता आप हैं

Maslake Ala Hazrat Zindabad. मुस्तफ़ा ए ज़ाते यकता आप हैंयक ने जिस को यक बनाया आप हैं आप जैसा कोई हो सकता नहींअपनी हर ख़ूबी में तन्हा आप हैं आबो गिल में नूर की पहली किरनजाने आदम जाने हव्वा आप हैं हुस्ने अव्वल की नमूदे अव्वलीनबज़्मे आख़िर का उजाला आप हैं ला मकां तक जिस की...