अ़र्शे ह़क़ है मस्नदे रिफ़अ़त रसूलुल्लाह की

अ़र्शे ह़क़ है मस्नदे रिफ़अ़त रसूलुल्लाह की देखनी है ह़श्र में इ़ज़्ज़त रसूलुल्लाह की       क़ब्र में लहराएंगे ता ह़श्र चश्में नूर के जल्वा फ़रमा होगी जब त़ल्अ़त रसूलुल्लाह की       काफ़िरों पर तैग़े वाला से गिरी बर्क़े ग़ज़ब अब्र आसा छा गई हैवत...

अपने दामान-ए-शफाअ़त में छुपाए रखना

अपने दामान-ए-शफाअ़त में छुपाए रखना मेरे सरकार ﷺ मेरी बात बनाए रखना   मैंने माना के निकम्मा हूं मगर आप ﷺ का हूं मुझ निकम्मे को भी सरकार ﷺ निभाए रखना   किसी मनसब का तलबगार हूं न दुनिया का ख़ाक़ हूं मैं मुझे क़दमों से लगाए रखना     आप ﷺ की याद से आबाद...

Apne Damane Shafa’at Meiñ chhupaaye Rakhna

Apne Damane Shafa’at Meiñ chhupaaye Rakhna Mere Sarkar ﷺ Meri Baat Banaye Rakhna   Maine Mana Ke Nikamma Huñ Magar Aap ﷺ Ka Huñ Mujh Nikamme Ko Bhi Sarkar ﷺ Nibhaaye Rakhna   Kisi Mansab Ka Talabgaar Hooñ Na Duniya Ka Khak Hooñ Maiñ Mujhe Qadmoñ Se Lagaye...