Waah Kya Jood-o-Karam Hai Shah-e-Bathaa Tera || वाह क्या जूदो करम है शहे बत्हा तेरा

वाह क्या जूदो करम है शहे बत्हा तेरा वाह क्या जूदो करम है शहे बत्हा तेरा नहीं सुनता ही नहीं माँगने वाला तेरा धारे चलते हैं अंत़ा के वोह है क़त़रा तेरा तारे ख़िलते हैं सख़ा। के वोह है ज़र्रा तेरा अग़्निया पलते हैं दर से वोह है बाड़ा तेरा अस्फ़िया चलते हैं सर से वोह है रस्ता...