बदल या फ़र्द जो कामिल है या ग़ौस || Badal yaa fard jo kaamil hay Yaa Ghaus Naat lyrics

बदल या फ़र्द जो कामिल है या ग़ौस बदल या फ़र्द जो कामिल है या ग़ौस तेरे ही दर से मुस्तक्मिल है या ग़ौस जो तेरी याद में ज़ाहिल है या ग़ौस वोह ज़िक्रुल्लाह से ग़ाफिल है या ग़ौस अनस्सैय्याफ़ से जाहिल है या ग़ौस जो तेरे फ़ज़्ल पर साइल है या ग़ौस सुख़न हैं अस्फ़िया तू मग़्ज़े मा’ना बदन हैं...

दिल को उनसे खुदा जुदा न करे || Dil ko unke se Khuda juda na kare

दिल को उनसे खुदा जुदा न करे दिल को उनसे खुदा जुदा न करे बे कसी लूट ले खुदा न करे इस में रौज़े का सज्दा हो कि तवाफ़ होश में जो न हो वोह क्या न करे यह वही हैं के बख़्श देते हैं कौन इन जुर्मों पर सज़ा न करे सब त़बीबों ने दे दिया है जबाब आह ई़सा अगर दवा न करे दिल कहां ले चला...

Muhammad Mazhar-e-Kaamil Hai Haq Ki Shaan-e-Izzat Ka Naat Lyrics || मुह़म्मद मज़्हरे कामिल है ह़क़ की शाने इ़ज़्ज़त का

Muhammad Mazhar-e-Kaamil Hai Haq Ki Shaan-e-Izzat Ka Naat Lyrics Muhammad Mazhar-e-Kaamil Hai Haq Ki Shaan-e-Izzat Ka Nazar Aata Hay Is Kasrat Mein Kuch Andaaz Wahdat Ka. Yahi Hay Asl E Aalam E Maadah Ijaad E Khalqat Ka, Yahaan Wahdat Mein Barpa Hay Ajab Hangaama...