मेरे दिल की सतह पर है क़दम ज़हरा के बच्चों का

मेरे दिल की सतह पर है क़दम ज़हरा के बच्चों का मेरी नस्लों पे है दस्त-ए-करम ज़हरा के बच्चों का   मेरे दिल की सतह पर है क़दम ज़हरा के बच्चों का ज़माने का कोई भी रंज उसे रुस्वा नहीं करता सुकूनत पाले जिस सीने में ग़म ज़हरा के बच्चों का मेरे दिल की सतह पर है क़दम ज़हरा के...

मसलके आ’ला हज़रत सलामत रहे

मसलके आ’ला हज़रत सलामत रहे मसलके आ’ला हज़रत सलामत रहे या ख़ुदा चरख़े-इस्लाम पर ता-अबद मेरा ताजे-शरीयत सलामत रहे मसलके आ’ला हज़रत सलामत रहे मसलके आ’ला हज़रत सलामत रहे ए बरेली ! मेरा बाग़े-जन्नत है तू यानि जल्वा-गहे आ’ला हज़रत है तू बिल-यक़ीं मर्कज़े-अहले-सुन्नत है तू ये तेरी...